जिस्म के बनावटी इत्र का मुरदीद होकर। ग़ज़ल अपनी तुझको सुनाना। जिस्म के बनावटी इत्र का मुरदीद होकर। ग़ज़ल अपनी तुझको सुनाना।
आंखें मूंदकर भी नादान 'सखि' दिल कैसे बचाती। आंखें मूंदकर भी नादान 'सखि' दिल कैसे बचाती।
मुझको बना आँचल सितारा। तुझसा नहीं कोई यारा। मुझको बना आँचल सितारा। तुझसा नहीं कोई यारा।
काजल की डिब्बी सहेजेगी आगे की पीढ़ी के लिए। काजल की डिब्बी सहेजेगी आगे की पीढ़ी के लिए।
क-कम्पूटर पहुँचा हर -घर में ख-खत की छुट्टी हो गई भाई. क-कम्पूटर पहुँचा हर -घर में ख-खत की छुट्टी हो गई भाई.
उनसे मिलना मेरा यूँ अचानक हुआ वो मेरी जिंदगी में आके शामिल हुआ. उनसे मिलना मेरा यूँ अचानक हुआ वो मेरी जिंदगी में आके शामिल हुआ.